Nayaa Saal Mubaarak !!!, Purani Yaadon ke Saath....
नया साल पुरानी यादें.....................
फिर आ गया है नया साल
पुराना साल जा चुका है
उसके साथ....
उसका पुराना दिन जा चुका है
और उसकी रात भी
पुरानी सुबह चमक कर खो चुकी है
पुरानी रात जाग कर सो चुकी है
पुरानी धूप थक कर ढल चुकी है
पुरानी बारिश हो कर बह चुकी है
पुरानी सब चीज़ें खो चुकी हैं
पुराना बादल बरस कर जा चुका है
पुराना खयाल थक कर रुक चुका है
पुराना वक़्त हार कर लौट चुका है
पुराना आंसू रो कर चुक चुका है
पुराना दर्द बेहाल हो जा चुका है
पुराना सब कुछ छूट चुका है
और .......
नए साल की नई सुबह
नई सुबह की नई धूप
नई धूप की नई गर्मी
नई गर्मी की नई तपिश
नई तपिश की नई अनुभूति
नई अनुभूति की नई नवीनता
नये साल का नया बादल
नये बादल का नया आवारापन
नये आवारापन का नया अंदाज़
नये अंदाज़ का नया बरसता पानी
नये पानी का नया स्पर्श
नये स्पर्श का नया एहसास
नये एहसास का नया नयापन
सब कुछ ही नया है
लेकिन ..............
फिर भी ....
पुरानी कोई याद शायद बाकी हो
पुरानी कोई सोच शायद बाकी हो
पुरानी कोई आदत अभी बरक़रार हो
पुरानी कोई खुशी शायद अभी बाकी हो
पुराना कोई गुस्सा अभी कहीं बाकी हो
पुरानी कोई हँसी अभी कहीं दबी हो
नया दिन नई रात
नया साल नई बात
नई धूप नई छाँव
नई बारिश नया बादल
नई खुशी नया ग़म
नये साल की नई बारिश
नई बारिश की नई छुअन
नई सुबह की नई किरण
कितना भी सब कुछ नया हो.....
लेकिन ..............
इस सब के बावजूद
पुरानी चमक
पुरानी थकन
पुरानी चुभन
पुरानी आस
पुरानी खुशी
पुरानी याद
पुराना गुस्सा
पुराना रिश्ता
पुराना दुख
पुराना ज़ख़्म
पुराना कुछ
...........सब कुछ अभी बाकी ही है
और वही तुम वही हम
और वही ज़िंदगी भी अभी बाकी है
काफी कुछ अभी बाकी ही है................
मनीषा